जनता के साथ ही कोर्ट को भी गुमराह कर रहे हैं सुब्रत राय, ओपी श्रीवास्तव और स्वप्ना राय :

 

राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राजस्थान प्रभारी ने कहा-सहारा के निदेशक सुब्रत राय, ओ पी श्रीवास्तव और स्वप्ना राय ने हलफनामा एक षड्यंत्र के तहत क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी से कर लिया है अपने को अलग



जयपुर/उदयपुर। राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राजस्थान के प्रभारी विजय वर्मा ने एक बयान जारी कर कहा है कि एक षड्यंत्र के तहत सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय, ओ पी श्रीवास्तव और स्वप्ना राय ने हलफनामा देकर कह दिया है कि उनका क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में उनसे सवाल है कि जो भी सर्कुलर है, उसमें ओ पी श्रीवास्तव और सुब्रत राय के साइन से बड़े-बड़े अखबारों में भुगतान करने करने का वादा क्यों किया गया है। क्या यह सब जनता के साथ ही कोर्ट को भी गुमराह करना नहीं है ? जो भी सर्कुलर ब्रांच पर सेक्टर पर रीजन पर जोन पर आए उन सब सर्कुलर पर सुब्रत राय और ओपी श्रीवास्तव ने अलग-अलग साइन क्यों नहीं किये ?  उनका कहना है कि सब जगह सुब्रत राय और ओपी श्रीवास्तव ने साइन किए हैं। आज जब भुगतान की बारी आई है तो बयानबाजी चल रही है। अब कह रहे हैं कि हमारा संबंधित किसी भी क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि कि साथियों जागो और अपने भुगतान के लिए कानूनी प्रक्रिया जन आंदोलन में तेजी लाओ ताकि अपना पैसा सुरक्षित हो सके। सहारा निवेशकों की लड़ाई लड़ रहे आंदोलनकारियों ने सचेत करते हुए कहा है कि ऐसी बात सुनने में आ रही है कि कुछ स्पेशल व्यवस्था दी जा रही है, जिससे  किये गए कलेक्शन की रशीद काटी जा सकती है। सभी ब्रांचों पर निगरानी रखने की हिदायत दी जा रही है। उच्च प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि जो भी कलेक्शन करेगा, वह अपने रिस्क पर करेगा।

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